देश की दिग्गज और मूल्यवान Top-10 Companies की लिस्ट जारी कर दी गयी है| इस लिस्ट में मुकेश अम्बानी (Mukesh Ambani) की रिलायन्स इंडस्ट्री (Reliance Industries) को सबसे ज्यादा वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनी के रूप में सेलेक्ट किया गया है|
Top-10 Companies List:
देश की दिग्गज और मूल्यवान Top-10 Companies की लिस्ट जारी कर दी गयी है| इस लिस्ट में मुकेश अम्बानी (Mukesh Ambani) की रिलायन्स इंडस्ट्री (Reliance Industries) को सबसे ज्यादा वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनी के रूप में सेलेक्ट किया गया है| इस सूची में दूसरे स्थान पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और तीसरे स्थान पर एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपनी जगह बनाई| इस लिस्ट में रिलायंस को टॉप का दर्जा मिला|
Top-10 Companies List : टॉप-10 कंपनियों का मूल्य
बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 (burgundy private hurun india 500) में टॉप-10 कंपनियों की कुल वैल्यू लगभग 226 लाख करोड़ रुपए है। इस कैटेगरी की टॉप टेन कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की 17.25 लाख करोड़ रुपये के साथ सबसे ऊपर रही| टीसीएस का मूल्यांकन 11.68 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे नंबर पर है।
HDFC Bank का मूल्यांकन
8.33 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्यांकन के साथ, एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) दूसरे एडिशन में भारत की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों में तीसरे स्थान पर है।
चौथे स्थान पर रहा ICICI Bank
इस सूची में चौथा स्थान इंफोसिस का है, जिसकी कीमत 6.46 लाख करोड़ रुपये है और पांचवां स्थान 6.33 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का है।
Top-10 Companies List: की लिस्ट में कौन-कौन रहा शामिल
भारती एयरटेल (Bharti Airtel) 4.89 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ छठें स्थान पर है, एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd.) 4.48 लाख करोड़ के मूल्यांकन के साथ सातवें स्थान पर है, और आईटीसी (ITC) 4.32 लाख करोड़ के मूल्यांकन के साथ आठवें स्थान पर है।
9वें और 10वें स्थान पर रही अडानी की ये कंपनियां
अडानी समूह की कंपनियां, अडानी टोटल गैस की वैल्यू 3.96 लाख करोड़ रुपये के साथ 9वे स्थान पर है तथा अडानी एंटरप्राइजेज की 3.81 लाख करोड़ रुपये के साथ 10वें पायदान पर है|
किस सेक्टर की कंपनियों में दिखी अच्छी ग्रोथ?
इस रिपोर्ट के अनुसार, ऊर्जा क्षेत्र, खुदरा व्यापार, होटल, रेस्तरां और संबंधित उद्योगों और उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र की कंपनियों ने अच्छी वृद्धि दिखाई है। पिछले साल की तुलना में सॉफ्टवेयर और सेवा क्षेत्र को कुल छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है| हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद के अनुसार, मुद्रास्फीति और आसन्न मंदी के परिणामस्वरूप, भारतीय आईटी आउटसोर्सिंग कंपनियों के बड़े सौदों में मंदी आने की उम्मीद है। इसके अलावा, पॉलिसी बाज़ार, पेटीएम, ज़ोमैटो और नायका जैसे स्टार्टअप्स के मूल्यांकन में तेजी से गिरावट देखी गई है।
महिला कर्मचारियों के मामले में TCS है सबसे आगे
रिपोर्ट में शामिल कंपनियों के निदेशक मंडल में 16 फीसदी महिलाएं मौजूद हैं| सर्वाधिक महिला कर्मचारियों के मामले में टीसीएस आगे है, जिसके पास 2.1 लाख महिला कर्मचारी हैं|
67 कंपनियां 10 साल से कम उम्र की हैं
अनुमान है कि 500 में से 67 कंपनियां 10 साल से कम पुरानी हैं और तेजी से ग्रो कर रही हैं। 500 कंपनियों का कुल मूल्य देश के सकल घरेलू उत्पाद के 29 प्रतिशत के बराबर है।